कंप्लीट लाॅक-डाऊन व् व्यापक टीकाकरण ही उपाय है..
टीकाकरण अभियान में उम्र सीमा वाली सीलिंग तत्काल प्रभाव से खत्म होनी चाहिए..
सरकारी ढिलाई व् कोरोना गाइडलाइंस को सख्ती से लागू करने में पूरे देश में बरती गयी कोताही का ही नतीजा है कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर...
सरकार को ये साफ करना होगा कि वैक्सीन इलाज या पूर्णतया बचाव नहीं है, ये बस संक्रमण से होने वाले जान के नुकसान व् संक्रमण के दुष्प्रभाव को बहुत हद तक कम करने के लिए है, अनेकों केस पूरी दुनिया में सामने आए व् निरंतर आ भी रहे हैं जिनमें वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमण हो रहा है ... द्रष्टव्य है कि दुनिया में अब तक किसी भी प्रकार के संक्रमण / बीमारी / वायरस का वो टीका जो किसी भी प्रकार की बीमारी - संक्रमण - वायरस से पूर्णतया बचाव करे 4-5 साल से कम समय में नहीं बना, सोचने वाली बात है कि महज 4 महीने में कौन सा शोध - कैसा क्लीनिकल ट्रायल हुआ, जिससे पूर्ण सुरक्षा करने वाला टीका विकसित हो गया ???? ...
व्यापक टीकाकरण से एक ही फायदा है " मृत्यु दर में बड़ी कटौती होगी " और यही फैक्टर सबसे अहम है... इन तमाम चीजों के मद्देनजर सबसे जरूरी है संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए लाॅक-डाउन और हरेक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत , 135 करोड़ लोगों का देश है हमारा, जितनी जल्दी ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगेगा उतनी कम जानें जाएंगीं..
(दो टूक@आलोक)
#कोरोना #कोरोना_संक्रमण #COVID19 #coronavirusindia #Covid19India #coronaviruspandemic #CoronavirusLockdown #CoronaVirusUpdates #coronavirus #coronavirus2020 #CoronaOutbreak #CoronaOutbreakinIndia